दिन दोपहर शाम हर वक्त जागता है,
सबकी फिक्र में वो सो नहीं पता है
जब हम सोते है तो उसे देखने में मजा आता है।
सबकी फिक्र में वो सो नहीं पता है
जब हम सोते है तो उसे देखने में मजा आता है।
din dopahar shaam harr waqt jaagta hai
sabki fikar mein vo so nahin paata hai,,
jab hum sote hain to use dekhne mein maza aata hai,,,,,,,
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